इन्द्री। हजरत इलाही बू अली शाह कलंदर साहिब की दरगाह पर सालाना उर्स मुबारक कव्वाली की महफिल के साथ समापन हो गया। इस उर्स के मौके पर दरगाह कमेटी की ओर शहर में शोभायात्रा निकाल कर शहर को कलंदरमय बना दिया । उर्स मुबारक पर कव्वाली विशेष महत्व रखती है। दरगाह पर सालाना उर्स मुबारक दो दिन तक जारी रहता है और दोनो ही दिन कव्वाली की महफिल भी सजाई गई।
इस कव्वाली की महफिल में कई कव्वालों ने बाबा कलंदर साहिब का गुणगान कर श्रोताओं को बांधे रखा। कव्वाली की महफिल में कलाकार इकरार भारती मुजफरनगर व जुनेज साबरी ने अपने फन का जादू इस तरह से बिखेरा कि श्रोतागण झूम उठें। बू अली शाह कलंदर साहिब के उर्स पर दमा-दमा मस्त कलन्दर अली दा पहला नम्बर की कव्वाली का जलवा कुछ ओर ही होता है। कोइे भी कव्वाल इस कलाम को गाए बिना नही रह सकता। शोभा-यात्रा मे बाबा जी की शान मे पंखा निकाला गया । शोभायात्रा वार्ड एक दरबार कलंदर साहिब संत कालोनी से सुबह 11 बजे प्रारम्भ हो कर यह शोभा-यात्रा मेन बाजार, शहीद उधम सिंह चोक गढ़ी बीरबल रोड, सब्जी-मण्डी, नया बाजार मटक माजरी अड्डे से होती हुई शाम को 3 बजे दरगाह शरीफ पर पहुंची इस शोभा-यात्रा में बाबा जी की पालकी, रथ-बग्गी, पंखो, चदरों, हिन्दू, मुस्लिम,सिक्ख, ईसाई व भारत माता की झांकी आपस में भाई-चारे का प्रतीक दर्शा रही थी । इस शोभा-यात्रा में विभिन्न प्रकार की झांकियां रामफूल शास्त्री मैमोरियल पब्लिक स्कूल व सैंट सिमरण पब्लिक स्कूल इन्द्री ने प्रस्तुत की। बाबा जी के चमत्कार से जुडी झांकियों को बनाने मे तिलक राज, सचिन गोयल, प्रवीन कुमार, नफे सिंह, गुरमीत सिंह, चरण सिंह का विशेष सहयोग रहा। शोभा-यात्रा में करनाल के मशहूर बैंड ने अपनी धुनों से दमा दम मस्त कलंदर की कवाली प्रस्तुत की, जिससे दर्शक झूम उठे । कई जगह पर शोभा यात्रा का स्वागत भी किया गया। जन जागृति मंच की ओर से शोभा-यात्रा मे शामिलश्रद्धालुगणों को फल वितरित किए। जिस समय शोभा-यात्रा मटक-माजरी अड्डे पर पहुंची तो उस समय फूलों की चादर को सजाकर शोभा-यात्रा में शामिल किया गया। शोभा-यात्रा के दरगाह शरीफ पर पहुंचते ही शोभा-यात्रा का धूमधाम से स्वागत किया गया । शोभा-यात्रा में शामिल हुई चदरें और पंखें दरगाह शरीफ पर चढ़ाई गई । शोभा यात्रा जिस समय दरगाह शरीफ पर पहुंची उस समय हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण उमड़ पड़े । गौरतलब रहे कि इस उर्स में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल-प्रदेश, राजस्थान, उत्तर-प्रदेश व छतीसगढ़ के श्रद्धालुगण बाबा जी की सेवा में पहुंचकर अपनी हाजरी लगाते है ओर दिल से सेवा करते हंै इस सालाना उर्स मुबारक के दो दिन तक चले कार्यक्रम में कई समाजसेवी व राजनैतिक नेताओं ने दरगाह शरीफ पर माथा टेक कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की दुआ मांगी। इस अवसर पर विशेष रूप से कांगे्रसी नेता अमी चंद काम्बोज, समाज सेवक राजीव रंगीला, पूर्व मंत्री भीम सेन मेहता, सुनील पंवार, महिन्द्र पंजोखरा, इनेलो नेता सरदार इन्द्रजीत सिंह गोल्डी, प्रदीप काम्बोज, धीरज कुमार, सुभाष काम्बोज, कमल चहल, काला वोहरा व अशोक धूडिया आदि मौजूद रहें। दरगाह कमेटी के उपप्रधान सुभाष जिन्दल ने इस उर्स मुबारक मे सहयोग करने वालें सभी लोगो का आभार व्यक्त किया।
इस कव्वाली की महफिल में कई कव्वालों ने बाबा कलंदर साहिब का गुणगान कर श्रोताओं को बांधे रखा। कव्वाली की महफिल में कलाकार इकरार भारती मुजफरनगर व जुनेज साबरी ने अपने फन का जादू इस तरह से बिखेरा कि श्रोतागण झूम उठें। बू अली शाह कलंदर साहिब के उर्स पर दमा-दमा मस्त कलन्दर अली दा पहला नम्बर की कव्वाली का जलवा कुछ ओर ही होता है। कोइे भी कव्वाल इस कलाम को गाए बिना नही रह सकता। शोभा-यात्रा मे बाबा जी की शान मे पंखा निकाला गया । शोभायात्रा वार्ड एक दरबार कलंदर साहिब संत कालोनी से सुबह 11 बजे प्रारम्भ हो कर यह शोभा-यात्रा मेन बाजार, शहीद उधम सिंह चोक गढ़ी बीरबल रोड, सब्जी-मण्डी, नया बाजार मटक माजरी अड्डे से होती हुई शाम को 3 बजे दरगाह शरीफ पर पहुंची इस शोभा-यात्रा में बाबा जी की पालकी, रथ-बग्गी, पंखो, चदरों, हिन्दू, मुस्लिम,सिक्ख, ईसाई व भारत माता की झांकी आपस में भाई-चारे का प्रतीक दर्शा रही थी । इस शोभा-यात्रा में विभिन्न प्रकार की झांकियां रामफूल शास्त्री मैमोरियल पब्लिक स्कूल व सैंट सिमरण पब्लिक स्कूल इन्द्री ने प्रस्तुत की। बाबा जी के चमत्कार से जुडी झांकियों को बनाने मे तिलक राज, सचिन गोयल, प्रवीन कुमार, नफे सिंह, गुरमीत सिंह, चरण सिंह का विशेष सहयोग रहा। शोभा-यात्रा में करनाल के मशहूर बैंड ने अपनी धुनों से दमा दम मस्त कलंदर की कवाली प्रस्तुत की, जिससे दर्शक झूम उठे । कई जगह पर शोभा यात्रा का स्वागत भी किया गया। जन जागृति मंच की ओर से शोभा-यात्रा मे शामिलश्रद्धालुगणों को फल वितरित किए। जिस समय शोभा-यात्रा मटक-माजरी अड्डे पर पहुंची तो उस समय फूलों की चादर को सजाकर शोभा-यात्रा में शामिल किया गया। शोभा-यात्रा के दरगाह शरीफ पर पहुंचते ही शोभा-यात्रा का धूमधाम से स्वागत किया गया । शोभा-यात्रा में शामिल हुई चदरें और पंखें दरगाह शरीफ पर चढ़ाई गई । शोभा यात्रा जिस समय दरगाह शरीफ पर पहुंची उस समय हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण उमड़ पड़े । गौरतलब रहे कि इस उर्स में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल-प्रदेश, राजस्थान, उत्तर-प्रदेश व छतीसगढ़ के श्रद्धालुगण बाबा जी की सेवा में पहुंचकर अपनी हाजरी लगाते है ओर दिल से सेवा करते हंै इस सालाना उर्स मुबारक के दो दिन तक चले कार्यक्रम में कई समाजसेवी व राजनैतिक नेताओं ने दरगाह शरीफ पर माथा टेक कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की दुआ मांगी। इस अवसर पर विशेष रूप से कांगे्रसी नेता अमी चंद काम्बोज, समाज सेवक राजीव रंगीला, पूर्व मंत्री भीम सेन मेहता, सुनील पंवार, महिन्द्र पंजोखरा, इनेलो नेता सरदार इन्द्रजीत सिंह गोल्डी, प्रदीप काम्बोज, धीरज कुमार, सुभाष काम्बोज, कमल चहल, काला वोहरा व अशोक धूडिया आदि मौजूद रहें। दरगाह कमेटी के उपप्रधान सुभाष जिन्दल ने इस उर्स मुबारक मे सहयोग करने वालें सभी लोगो का आभार व्यक्त किया।
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